अमृतवाणी | Amritvani
शिव अमृतवाणी (Anuradha paudwal Shiv Amritvani Lyrics)

कल्पतरु पुन्यातामा, प्रेम सुधा शिव नाम
हितकारक संजीवनी,शिव चिंतन अविराम
पतिक पावन जैसे मधुर,शिव रसन के घोल,
भक्ति के हंसा ही चुगे,मोती ये अनमोल
जैसे तनिक सुहागा,सोने को चमकाए
शिव सुमिरन से आत्मा, अद्भुत निखरी जाये
जैसे चन्दन वृक्ष को,डसते नहीं है नाग
शिव भक्तो के चोले को,कभी लगे… Read more
वैष्णो अमृतवाणी लिरिक्स (Vaishno Amritvani )
वैष्णो गुफा निवासनी अदभुत तेरो धाम..
तेरे साधक का तुझको शत्त शत्त है प्रणाम…
कष्ट निवारत विघ्न हरण, सुख सागर तेरा जाप..
ममता मूरत दयानिधि हरो भगतन के पाप…
मृग तृष्णा की भांति माँ , भटक रहे हम लोग ….
मन मंदिर नहीं झाँकते, सहते सोग वियोग…
दुख कठरिया… Read more

विघ्न विनाशक गणराय भय से ‘मुक्त करे,
इसकी दया से भक्तन की, भाव से नाव तारे,
पार्वती ललना का मन से, भजन तू करता जा,
करुणा की इस मूरत से, मन वांछित फल तू पा,
जिसके घर में गणराय के नाम का दीप जले,
उस घर के हर जीव की, हर एक… Read more

मंगलमयी भय मोचिनी दुर्गा सुख की खान ,
जिसके चरणों की सुधा स्वयं पिये भगवान
दुःखनाशक संजीवनी नवदुर्गा का पाठ,
जिससे बनता भिक्षुक भी दुनिया का सम्राट
अम्बा दिव्या स्वरूपिणी का ऐसो प्रकाश,
पृथ्वी जिससे ज्योतिर्मय उज्जव्वल है आकाश
दुर्गा परम सनातनी जग की सृजनहार,
आदि भवानी महादेवी सृष्टि… Read more
तेरे दर दे असी मंगते नाम दान तेरे को लो मंगदे लिरिक्स
गुरु नाम की रेल खड़ी है कोई बैठ लो लिरिक्स