shiv tandav stotram | शिव तांडव स्तोत्र

shiv tandav stotram | शिव तांडव स्तोत्र

shiv tandav stotram | शिव तांडव स्तोत्र शिव तांडव स्तोत्र की महिमा | शिव तांडव स्तोत्र के फ़ायदे सावन के महीने में हम भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक यत्न करते हैं उनके मंत्र पढ़ते हैं उनका शिव पुराण का पाठ करते हैं उनकी पूजा करते हैं उनका भजन कीर्तन करते हैं जिससे … Read more

सावन सोमवार व्रत कथा

सावन सोमवार व्रत कथा सावन सोमवार व्रत कथा विभिन्न पुराणों और लोक कथाओं में वर्णित है। एक प्रसिद्ध कथा है जिसमें शिव भगवान के भक्त बिरभंगन नामक राजकुमार और उसकी पत्नी भागीरथी की कथा है। कथा के अनुसार, बिरभंगन राजकुमार बहुत ही धार्मिक और भक्तिमय थे। वह और उनकी पत्नी भागीरथी नियमित रूप से सावन … Read more

शिव मंत्र | shiv mantra –  तत्काल फल देने वाले शिव मंत्र

शिव मंत्र

शिव मंत्र | shiv mantra भगवान शिव ने ही ब्रह्मा, विष्णु ,महेश की उत्पन्न किया है। सारी सृष्टि की उत्पत्ति ,पालन व संहार करने वाले भगवान भोले शंकर ही हैं। भगवान भोले शंकर सबसे बढ़कर देवाधिदेव है है । भगवान शिव का षडक्षर मंत्र ॐ नमः शिवाय नित्य प्रतिदिन अधिक से अधिक करना चाहिए। मंत्र … Read more

Namami Shamishan Nirvan Rupam – Shri Rudrashtakam Stotram

Namami Shamishan Nirvan Rupam

Namami Shamishan Nirvan Rupam यह भगवान् शिव का श्री रुद्राष्टकम है इसे पढ़ने या सुनने से भगवन शिव की कृपा बरसती है और हर मनोकामना पूरी होती है। इस पाठ से जीवन की बड़ी से बड़ी समस्या भी दूर हो जाती है। शिवजी जी का स्थान सभी देवताओं से ऊपर माना जाता है। इसीलिए उन्हें … Read more

शिव और शिवरात्रि

शिव और शिवरात्रि भारत के लोग शिव को मुक्तेश्वर और पापकटेश्वर मानते हैं। उनकी यह मान्यता है कि शिव आशुतोष हैं अर्थात् जल्दी और सहज ही प्रसन्न हो जाने वाले तथा अवढर दानी भी हैं अर्थात् सहज ही उच्च वरदान देने वाले हैं। इसी भावना को लेकर वे शिव पर जल चढ़ाते और उनकी पूजा … Read more

श्री रामचरितमानस की चमत्कारी चौपाइयां

श्री रामचरितमानस की चमत्कारी चौपाइयां विपत्ति दूर करने के लिए राजिव नयन धरे धनु सायक | भक्त विपत्ति भंजन सुखदायक || सहायता के लिए मोरे हित हरि सम नहि कोऊ । एहि अवसर सहाय सोई होऊ।। सब काम बनाने के लिए वंदौ बाल रुप सोई रामू | सब सिधि सुलभ जपत जोहि नामू || वश … Read more

रामचरितमानस के पाठ से भोलेनाथ शिव की भी कृपा प्राप्त होती है

रामचरितमानस के पाठ से भोलेनाथ शिव की भी कृपा प्राप्त होती है पहला श्लोक- पहला श्लोक है – “वन्दे बोधमयं नित्यं गुरु, शंकर रूपिणम | यमाश्रितो हि वक्रोपि, चन्द्रः सर्वत्र वन्द्यते ||”- इस श्लोक में शिव जी को गुरु रूप में प्रणाम करके उनकी महिमा बताई गई है.- कोई भी पूजा उपासना करने के पूर्व … Read more

शिव पार्वती विवाह

शिव पार्वती विवाह जब से पार्वती हिमाचल के घर में जन्म तब से उनके घर में सुख और सम्पतियां छा गई। पार्वती जी के आने से पर्वत शोभायमान हो गया। जब नारद जी ने ये सब समाचार सुने तो वे हिमाचल पहुंचे। वहां पहुंचकर वे हिमाचल से मिले और हंसकर बोले तुम्हारी कन्या गुणों की … Read more

भगवान शंकर के रूप काल भैरव

भगवान शंकर के रूप काल भैरव एक बार सुमेरु पर्वत पर बैठे हुए ब्रम्हाजी के पास जाकर देवताओं ने उनसे अविनाशी तत्व बताने का अनुरोध किया | शिवजी की माया से मोहित ब्रह्माजी उस तत्व को न जानते हुए हुए भी इस प्रकार कहने लगे- मैं ही इस संसार को उत्पन्न करने वाला स्वयंभू, अजन्मा, … Read more