आँखें बंद करूँ या खोलू मुझ को दर्शन दे दो राम
आँखें बंद करूँ या खोलू मुझ को दर्शन दे दो राम
मुझको दर्शन दे दो राम मुझ को दर्शन दे दो राम
मेरी मांग है बड़ी साधारण, मेरे मन में आते रहियो,
हर इक सांस-सांस के पीछे, दर्श दिखाते रहियो,
मैं सब में देखूं तुझ को, ऐसा दर्पण दे दो राम।
आँखें बंद…..
मेरे मन में तेरी लहरें, रिश्ता है सदियों का,
जैसे इक नाता होताहै, सागर से नदियों का,
मैं करूँ साधना तेरी, ऐसा साधन दे दो राम।
आँखें बंद. ….
हम सब सेवादार तुम्हारे, दासन दास तुम्हारे,
जीवन के दिन कट जायेंगे, दाता तेरे सहारे,
न छोडू दामन तेरा, ऐसी शक्ति दे दो राम
आँखें बंद. …
मैं बंदा क्या चीज़ हूँ भगवन, तू सब है दाता
तेरे हाथ में दुनिया सारी, मेरे हाथ में है क्या
हर पल नाम जपूं मैं तेरा, ऐसी धड़कन दे दो राम।
मुझ को दर्शन दे राम, मुझ को दर्शन दे दो राम।
आँखें बंद