आजा अम्बिके कर लईए माँ पुत गल्ला भजन लिरिक्स

आजा अम्बिके कर लईए माँ पुत गल्ला

आजा अम्बिके-2 आजा अम्बिके कर लइए माँ पूत्त गलां जमाने कोलों लुक छुप के-2 किसे नु नीं दसनी-2 किसे नु नीं माँ, जय हो आजा अम्बिके कर लईए मां पुत गल्लां……

चल माईए चल पर्वत उते -2
पर्वत उते शीतल रुते -2
पत्थरां उत्ते बह लईए अपनी-2 कह लइये, किसे नु नीं दसनी – 3

आजा अम्बिके कर लईए-2

चल माइए चल बोड़ी कंडे
जित्थे कुदरत अमृत वंडे-2
सारी थकावट ले जाएगी
ठण्ड कलेजे पे जाएगी
आजा अम्बिके कर लईए-

चल चलिए माँ गुफा दे अन्दर-2 जिस थां तेरा सोहणा मन्दिर – 2
चोला बसन्ती रंग लवांगा
नाम दी मस्ती मंग लवांगा
किसे नु नीं दसनी माँ-3
आजा अम्बिके कर लईये मां पुत्त गल्ला – 2

चल माइये जित्थे कोई न आवे-2
शीशे विच कोई फेर न पावे-2
देख के कोई होकां भरे न
किसे नु नीं दसनी-2 माँ

आजा अम्बिके कर लईए माँ पुत गल्ला आज अम्बिके कर लेइए मां पूत गल्ला,जमाने कोलों लुक छुप के -2

किसे नू नीं दसनी,किसे नू नीं दसनी,किसे नु नी माँ,जय हो पत्थरां उत्ते बह लईए, किसे नू नी दसनी-3