आ जाओ गजानन आसन पे रामायण होने वाली है लिरिक्स

आ जाओ गजानन आसन पे

आ जाओ गजानन आसन पे,
रामायण होने वाली है
आ जाओ गजानन आसन पे
रामायण होने वाली है

गंगा की लहर यमुना की लहर,
सूरज मे समाने वाली है
आ जाओ गजानन आसन पे,
रामायण होने..

चंदा की चमक सूरज की चमक,
तारो मे समाने वाली है,
आ जाओ गजानन आसन पे,
रामायण होने..

फूलों की चमक कलियों की महक
गजरे मे समाने वाली है
आ जाओ गजानन आसन पे, रामायण….

ढोलक की धमक मंजीरा की खनक
कीर्तन में समाने वाली है
आ जाओ गजानन आसान पे,
रामायण होने..

गुरु कछू तो बतइयो मोहे ज्ञान की नैया पार कैसे लगे लिरिक्स

मैं तो सतगुरु के सत्संग में मगन लिरिक्स

बड़ा मीठा प्रसाद सत्संग का लिरिक्स


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