
ओ माई री मैं बालक तू माता
माई हिंदी लिरिक्स (हंसराज रघुवंशी) –
हो माई री….
हो माई री….
माई री….
माई री…
ज्योत जगाऊं भवन सजाऊं
रोज करूं जगराता
ज्योत जगाऊं भवन सजाऊं
रोज करूं जगराता
तेरे फूलों से पैरों पे
प्रेम से रख दूं माथा
ओ माई री..
मैं बालक तू माता
हमारा जन्मों का है नाता
हो माई री…
मैं बालक तू माता
हमारा जन्मों का है नाता
मेरे सर पे है तेरे प्यार की छाया
जो न मांगा था मैंने वो भी है पाया
मेरे सर पे है तेरे प्यार की छाया
जो न मांगा था मैंने वो भी है पाया
तेरी ममता ने मईया जीना सिखाया
भाग्य मेरा हथेली पे नेरी सजाया
तू शान है मेरी भगवान है मेरी
मां उठ जाना ना मुझसे कभी
तेरा सहारा है तुझसे गुज़ारा है
बोलूं न झूठ कभी
जो हाथ पकड़ती ना तू मेरा
तो मैं कहीं खो जाता
तेरे फूलों से पैरों पे
प्रेम से रख दूं माथा
ओ माई री….
मैं बालक तू माता
हमारा जन्मों का है नाता
ओ माई री….
मैं बालक तू माता
हमारा जन्मों का है नाता
और कोई न देखा
माँ तेरे जैसा
जाऊ सदके है जाने
दिल तेरा कैसा
जैसा जैसा कहूँ मैं
तू करें वैसा
कौन करता है दुनिया मैं
तू बता ऐसा
मेरी कहानी में
इस ज़िंदगानी में
तू सबसे ज्यादा है
माँ की मती
ये प्राण तेरे हैं
एहसान तेरे है
तेरी करूँ आरती
जो तू ना बिठाती चरणों में
तो कोई ना पास बिठाता
तेरे फूलों से पैरों पे
प्रेम से रख दूं माथा
ओ माई री….
मैं बालक तू माता
हमारा जन्मों का है नाता
ओ माई री….
कभी दुखों का पानी
सदा झूला है सुख के झूले
जगदम्बा महारानी
कभी टूटने दिया ना तूने
रिश्तों का ये धागा
तूने मेरी नज़र उतारी
जब भी नींद से जागा
मैं किस्मत वाला हूँ मेरी
तेरे जैसी मां है
मेरे चारों धाम वही है
मईया मेरी जहां है
मेरा प्यार है सच्चा जय जय मांँ
दरबार है सच्चा जय जय मांँ
तू सबसे बड़ी है जय जय मांँ
मेरे साथ खड़ी है जय जय मांँ
मैं तेरा लाडला जय जय मांँ
तेरी गोद में पला जय जय मांँ
मेरे भाग संवारे जय जय मांँ
तेरा लाल पुकारे जय जय मांँ
जय जय मां जय जय मांँ
बोलो जय जय मांँ….
मैं भोले का दीवाना भोले को मानता हूं लिरिक्स