कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी तवकत जाये लिरिक्स

कांच ही बांस के बहंगिया

कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी तवकत जाये

कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाये
पहनी ना पवन जी पियरिया गऊरा घाटे पहुचाये


गऊरा में सजल बाटे हर फार फलहरिया
पियरे पियरे रंग शोभेला डगरिया
जेकर जग जाला फगीय उहे छठी घाट आये
पहनी ना पवन जी पिपरिया गऊरा घाटे पहुचाये


छठी माई चहिये ना कोनो कमी
घरवा में भरलो रहे अन धन लक्ष्मी
भगत करेली पूजनीया गीत छठी माई के गाये
पहनी ना पवन जी पियरिया गऊरा घाटे पहुंचाये


छठी माई चहिये ना कोनो कमी
घरवा में भरलो रहे अन धन लक्ष्मी
भगत करेली पूजनीया गीत छठी माई के गाये
पहनी ना पवन जी पियरिया गऊरा घाटे पहुचाये


कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाये
पहनी ना पवन जी पियरिया गऊरा घाटे पहुचाये

साधु साध्वी चल रहे है विहार यात्रा में रोड पर

मंदिर में बैठी मैया जी आसन लगायी के हम सब मनाये लिरिक्स

कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी तवकत जाये pdf

Leave a Comment