कान्हा वे कान्हा सुन कान्हा लिरिक्स – कृष्ण भजन

कान्हा वे कान्हा सुन कान्हा,
कान्हा वे कान्हा ,सुन कान्हा,
कान्हा वे कान्हा,सुन कान्हा,
आजा दोवे नीचीय सुन कान्हा,
आजा सुख-दुख वनडीऐ, सुन कान्हा,
आजा दोवे नीचीय,सुन कान्हा
कान्हा वे कान्हा, सुन कान्हा

नी मैं नचना श्याम दे, नाल आज मैनू नच ले दे,
नी मैं नचना श्याम दे,नाल आज मैनू नच ले दे,
कमली श्याम दी कमली नी में कमली,
नी कमली दे साईं मैनू चरणी ला
ले,
नी कमली दे सैया मेनू अपनी बना ले,
नी मीनू उजड़ी नु कोई ना देखें नी में कमली,
कमली श्याम दी कमली नी मैं कमली,
कमली श्याम दी कमली नी मैं कमली,

वे बाजार वी कहनदा खीरा, राधा मुंदरी से शाम मेरा हीरा,
दोहे सोने लगदे, सुन कान्हा, कान्हा वे कान्हा,सुन कान्हा सुन,

सुन वे बंसरी वालिया मैं कहदी हां,
सुन वे बंसरी वालिया मैं कहदी हां,
कर दे में मेहर छाय मैं छावे बाहदी हां ,

वे बाजार वी केहंदा ताला,
राधा गोरी गोरी श्याम मेरा काला

जोड़ी बड़ी जांचदी,सुन कान्हा
जोड़ी बड़ी जांचदी,सुन कान्हा,

आजा दोवे नीचीया सुन कहना,
कान्हा वे कान्हा सुन कान्हा,
कोठी ते लो श्यामा हाईवे,
कोठी ते लो श्यामा चांद पाव चढ़े ना चढ़े,
सानू तेरी लो श्यामा

वे बाजार वी केहंदा लोई, सारी दुनिया में छड तेरी होई,
मैंनू अपनी बना ले ,सुन कान्हा मैंनू चरणा च ले सुन कान्हा,
आजा दोवे नचीए , सुन कहना,
कान्हा वे कान्हा,सुन कान्हा सुन

छड दुनिया में आया दर तेरे प्रभु जी मेरी लाज रख लई लिरिक्स

कोई जाये जो वृन्दावन मेरा पैगाम ले जाना लिरिक्स