
काली का रूप तूने ले लियो रे शंकर की दुल्हनिया
काली का रूप तूने ले लियो रे
शंकर की दुल्हनिया
शंकर की दुल्हनिया
भोले बाबा कि दुल्हनिया
काली का रूप तूने ले लियो रे
शंकर की दुल्हनिया
भोले के माथे पे चंदा बिराजे
चंदा बिराजे गंगा जटाओं में साजे
चरणों में भोले जी को ले लियो रे
शंकर की दुल्हनिया
काली का रूप तूने ले लियो रे
शंकर की दुल्हनिया
भोले के गले में सर्पों की माला
सर्पों की माला कान बिच्छू केझाला
मुंडो की माला तूने पहन लियो रे
शंकर की दुल्हनिया
भोले के तन पे भस्म बिराजे
भस्म बिराजे बाघाम्बर साजे
काला काला चोला तूने पहन लियो रे
शंकर की दुल्हनिया
भोले जी खायें भांग का गोला
भांग का गोला पियें बिष का
प्याला दानव का खून तूने पी लियो रे
शंकर की दुल्हनिया
साधु साध्वी चल रहे है विहार यात्रा में रोड पर
मंदिर में बैठी मैया जी आसन लगायी के हम सब मनाये लिरिक्स
- छन छन दी आवाज देखो आवे आवे छैना बाजे मंदिर में
- रंग चढ़ गया माँ वाला लाल आज ते कमाल हो गया
- मेरी माँ दे सिर उते लाल चुन्नीयां
- आई है नवरात्रि लिरिक्स (हंसराज रघुवंशी)
- आइये राम जी लिरिक्स – श्रेया घोषाल