भजन – कोई उज्जवल कर्मा वाले
कोई उज्जवल कर्मा वाले,
सत्गुरु दे वेहड़े बड़दे ने,
कोई खास नसीबा वाले,
सत्गुरु दा पल्ला फड़दे ने।
1. मनमुख विषया विच ने गिरदे,
जग नाल उह प्रीत वधादे,
लोक सुखी परलोक दुःखी,
मार यमां दी खांदे ने,
उह मुड़ मुड़ पतता खांदे,
फिर नर्क कुंड विच डिगदे ने,
कोई उज्जवल
2. मन मुख वांग गुब्बारे फुलदे,
धर्म कर्म नहीं करदे, मंझधारा
विच गोते खांदें, न डुबदे न तरदे,
उह कम कवल्लया वाले,
फिर दोष प्रभु ते घरदे ने।
कोई उज्जवल
3. गुरुओं तो ज्योत ज्ञान दी,
प्रेमी आप जगांदें,
भजन बंदगी तप संयम विच,
दौड़े दौड़े आंदे, हथ फड़ ज्ञान दी सोटी,
ओखी घाटी चढ़ जांदे ने।
कोई उज्जवल
तुम्हारे साथ हैं श्री राम तो तुम्हे किस बात की चिंता
- तूने अजब रचा भगवान महीना होली का लिरिक्स
- लिख दी ये जिंदगानी तेरे नाम बांके बिहारी लिरिक्स
- रोटी खा ले ठाकुरा मैं मर जाणा सिर चढ़ के लिरिक्स
- श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम लिरिक्स
- एक राधा एक मीरा लिरिक्स | Ek Radha ek meera Lyrics
- जरा बंसी बजा मोहना हम रास रचाएंगे लिरिक्स
- पंख जो होते मैं उड़ जाती नंद बाबा के द्वार
- लुक लुक जिन्हां उते मेहरां करदे||कृष्णा भजन
- मेरी लगी श्याम संग प्रीत दुनियां क्या जाने | भजन लिरिक्स