माँ कूष्मांडा
कूषमांडा जै जग सुखदानी ।मुझ पर दया करो महारानी।
पिंगला ज्वालामुखी निराली । शाकम्बरी मां भोली भाली ।
लाखों नाम निराले तेरे । भक्त कई मतवाले तेरे।
भीमा पर्वत पर है डेरा । स्वीकारो प्रणाम ये मेरा ।
सब की सुनती हो जगदम्बे । सुख पहुंचाती हो मां अम्बे।
तेरे दर्शन का मैं प्यासा । पूर्ण कर दो मेरी आशा ।
मां के मन में ममता भारी।क्यों न सुनेगी अरज हमारी।
तेरे दर पर किया है डेरा।दूर करो मां संकट मेरा।
मेरे कारज पूरे कर दो।मेरे तुम भण्डारे भर दो ।
तेरा दास तुझे ही ध्याए । ‘चमन’ तेरे दर सीस झुकाए ।
पांचवी देवी असकन्ध माता – माँ स्कंदमाता
चमन की श्री दुर्गा स्तुति
- सर्व कामना पूर्ण करने वाला पाठ- चमन की श्री दुर्गा स्तुति
- श्री दुर्गा स्तुति पाठ विधि
- श्री दुर्गा स्तुति प्रारम्भ
- प्रसिद्ध भेंट माता जी की (मैया जगदाता दी)
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श्री दुर्गा स्तुति अध्याय
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