तुम सजती रहो हम सजाते रहे माँ सजाने में आनंद लिरिक्स

तुम सजती रहो हम सजाते रहे माँ सजाने में आनंद

तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है


तुम चंदन बनो हम पानी बने
घुल जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है


तुम दीपक बनो हम बाती बने
लौ लगाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है


तुम सागर बनो हम लहरे बने
डूब जाने में आनद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है


तुम मिश्री बनो हम माखन बने
मिल जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है


तुम चंदा बनो हम चकोरी बने
दिल लगाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है


तुम सुनती रहो हम सुनाते रहे
मैया गाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है


तुम बनो हम धागा बने
गुथ जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है

सावन की रुत है आजा माँ हम झूता तुझे झुताएंगे लिरिक्स

साधु साध्वी चल रहे है विहार यात्रा में रोड पर

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