मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले
मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले,
मैं बुझा हुआ दिया था तेरी बंदगी से पहले,
मैं तो खाख था जरा सी
मेरी और क्या थी हस्ती
मैं थपेड़े खा रहा था तूफान में जैसे कश्ती
दर दर भटक रहा था तेरी बंदगी से पहले,
मैं था इस तरह जहां में जैसे खाली सीप होती,
मेरी बड गई है कीमत तूने भर दिए हे मोती,
मेरा कौन आसरा था तेरी बंदगी से पहले,
है जहां में मेरे लाखों पर तेरे जैसा कौन होगा,
जैसा तू बन्दा पत्वर भला एसा कोन होगा,
मैं तुझे ही ढूंड ता हु तेरी बंदगी से पहले,
तू जो मेहरबान हुआ है तो जहां भी मेहरबाण है,
ये ज़मीन मेहरबान है आसमान भी मेहरबान है,
ना ये गीत ये बला था तेरी बंदगी से पहले,
जिसके हृदय में राम नाम बंद है उसको हर घडी आनंद ही लिरिक्स
मेहरा वालिया साइयाँ रखी चरना दे कोल लिरिक्स