मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में लिरिक्स

मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में लिरिक्स

मैंने अर्जी लिख दी मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में लिरिक्स

मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में
बस मोहर लगा दो अपनी खड़ा इंतजार में…

इस अर्जी में लिखा है तू ध्यान से पढ़ ले
कुछ छूट न जाए प्रभु मेरा मान तू रख ले
मत करना बाबा देरी क्या सोच विचार में
बस मोहर लगा दो..

मेरे रस्ते में सांवरिया कांटे ही कांटे पड़े
जब यह पैरों में घूमते मेरे आंसू निकल पड़े
फिर दिल से आह निकलती क्या कमी है प्यार में
बस मोहर लगा दो…

सारे कहते हैं मुझको तू श्याम दीवाना है
सबको कहता है तू तो खाटू में ठिकाना है
खुद राहुल बात बना दो पहले सरकार से
बस मोहर लगा दो…

मेरे मन विच मीह बरसादे रहमता दा तू मालका

मैंने अर्जी लिख दी बाबा pdf

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