मैं हारा नहीं हूँ वक्त से कन्हैया भजन लिरिक्स

मैं हारा नहीं हूँ वक्त से कन्हैया,

तेरी कृपा से, अभी भी हूँ जिन्दा,

देखेगी दुनिया, जब मैं उडूंगा,

की आएगा एक दिन,बनके परिंदा,

मैं हारा नही हूँ,वक्त से कन्हैया,

तेरी कृपा से, अभी भी हूँ जिन्दा ।

जाने अनजाने में,गलतियां हुई है,

गलतियों की माफ़ी,मैं चाहता हूँ,

तुम हो हमारे,हम है तुम्हारे, हम है प्रभु जी,

तुम्हारे सहारे, मैं हारा नही हूँ,

वक्त से कन्हैया, तेरी कृपा से, अभी भी हूँ जिन्दा

कितनो को तारा, बनके खिवैया,

मुझे भी तो तारो, मेरे कन्हैया,

तेरे हवाले, इसको चला दे, ओ खाटू वाले,

मेरी ये नैया,मैं हारा नही हूँ,

वक्त से कन्हैया, तेरी कृपा से, अभी भी हूँ जिन्दा ।

मैं हारा नहीं हूँ, वक्त से कन्हैया,

तेरी कृपा से, अभी भी हूँ जिन्दा,

की आएगा एक दिन,देखेगी दुनिया,

जब मैं उडूंगा,बनके परिंदा,

मैं हारा नही हूँ,वक्त से कन्हैया,

तेरी कृपा से, अभी भी हूँ जिन्दा ।।

मैं हारा नहीं हूँ वक्त से कन्हैया भजन pdf

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