ये बंधन तो प्यार का बंधन है
ये बंधन तो प्यार का बंधन है जन्मों का संगम है
सूरज कब दूर गगन से,
चंदा कब दूर किरण से
खुशबू कब दूर पवन से,
कब दूर बहार चमन से
ये बंधन तो प्यार का बंधन है,
जन्मों का संगम है
ममता के मंदिर की है तू सबसे प्यारी मूरत
भगवान नज़र आता है जब देखें तेरी सूरत
जब-जब दुनिया में आएँ, तेरा ही आंचल पाए
जन्मों की दीवारो पर, हम प्यार अपना लिख जाए
ये बंधन तो प्यार का बंधन है…
माँ मैं खड़ा द्वारे पे | फूल भी ना माँगती हार भी ना माँगती |
शेराँ वाली माँ नू मनाइये | माँ ने खेल रचाया है | |
मैया नवरात्रों में जब धरती पर आती है | | असी फक्कड़ दिवाने जोगी माँ |