कलयुग मे सिद्ध हो देव तुम्ही,
हनुमान तुम्हारा क्या कहना,
कलयुग मे सिद्ध हो देव तुम्ही,
हनुमान तुम्हारा क्या कहना ।
तेरी शक्ति का क्या कहना,
तेरी भक्ति का क्या कहना..
सीता की खोज करी तुमने,
तुम सात समुन्दर पार गये।
लंका को किया श्मशान प्रभु,
बलवान तुम्हारा क्या कहना।
तेरी शक्ति का क्या कहना,
तेरी भक्ति का क्या कहना..
जब लखनलाल को शक्ति लगी ,
तुम घोलगिर पर्वत लाये,
लक्ष्मण के बचाये आ करके ,
तब प्राण तुम्हारा क्या कहना।
तेरी शक्ति का क्या कहना,
तेरी भक्ति का क्या कहना..
तुम भक्त शिरोमणि हो जग मे,
तुम वीर शिरोमणि हो जग मे,
तेरे रोम रोम में बसते हैं सियाराम ,
तुम्हारा क्या कहना..
“झूला झूले रे बजरंगी हनुमान” लिरिक्स- Hanuman bhajan
हनुमान तुम्हारा क्या कहना pdf
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