कही गुण गाये जग के झमेले में भक्ता चल चल
कही गुण गाये जग के झमेले में
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में
बिच पहाडा भावन बना है
सर सोने का मुकुट लगा है
आगे है हनुमाना पीछे है बलवाना
माता बैठी वहा पर अकेले में
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में ..
ज्योता मंडल शेरोवाली
भरदो झोली सबकी है खाली
जो भी दरपे आये खाली कभी न जाये
भक्त जाये माँ के मेले में
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में ..
जग मग जग मग ज्योत विराजे
चोरासी का घंटा बाजे
आगे है हनुमाना पीछे है बलवाना
माता बैठी वहा पर अकेले में
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में ..
कही गुण गाये जग के झमेले में
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में