होली खेल रहे नन्दलाल लिरिक्स – होली भजन
होली खेल रहे नन्दलाल होली खेल रहे नन्दलाल,गोकुल की कुञ्ज गलिन में ॥ मेरे घर मारी पिचकारी,मेरी भीगी रेशम साड़ी,मेरे घर मारी पिचकारी, मेरी भीगी रेशम साड़ी,अरे मेरे मुँह पे मलो गुलाल,गोकुल की कुञ्ज गलिन में ॥ लिए ग्वाल बाल सब संग में, रंग गई बसंती रंग में, लिए ग्वाल बाल सब संग में,रंग गई … Read more