माँ मुरादे पूरी करदे हलवा बाटूंगी ज्योत जगा के लिरिक्स
माँ मुरादे पूरी करदे हलवा बाटूंगी ज्योत जगा के माँ मुरादे पूरी करदे हलवा बादूंगी ज्योत जगा के, सर को झुका के, मैं मनाऊंगी, दर पे आउंगी, मनाऊंगी, मैं आउंगी॥ संतो महंतो को बुला के घर में कराऊं जगराता। सुनती है सब की फ़रिआदे, मेरी भी सुन लेगी माता। झोली भरेगी, संकट हरेगी, भेटा गाऊँगी, … Read more