अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे तो हम कैसे लिरिक्स
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे तो हम कैसे अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे, तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे ॥ अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे, पतितो को पावन करते कृपानिधि, किया पाप है इस सुयश के सहारे, अगर नाथ देखोंगे अवगुण हमारे,तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे ॥ हमारे लिए क्यों देर किए … Read more