भजन बिना चैन ना आये राम कोई ना जाने कब हो जाये लिरिक्स
भजन बिना चैन ना आये राम कोई ना जाने कब हो जाये बैठ के तु पिंजरे में, पंछी काहे को मुसकाय, हम सब है इस जग में कैदी,चुये समझ ना पाय ॥ भजन बिना चैन ना आये राम, कोई ना जाने कब हो जाये, इस जीवन की शाम ॥ बोलो राम राम राम ॥ मोह … Read more