
Maa shok dukh nivarini | माँ शोक दुःख निवारिणी
माँ शोक दुःख निवारिणी,
हे सर्व मंगलकारिणी,
तू ही शुम्भ निशुम्भ विदारिणी,
तू चंड-मुण्ड संहारिणी।
हे महिष्दानव मर्दिनी,
काली है तू ही कपालिनी।
हे माँ तू सृष्टि सृजन करे,
तू ही दानवों का दलन करे।
दुर्गा तू ही – लक्ष्मी भी तू
तू ही सरस्वती का स्वरुप है।
कण कण में तू ही समायी है,
तू ही छाँव है कभी धूप है।
हे चिन्तपूर्णि नमोस्तुते
हे ज्वाला देवी नमोस्तुते।
चामुण्डा देवी नमोस्तुते,
माँ नैना देवी नमोस्तुते।
मीनाक्षी देवी नमोस्तुते,
कामाख्या देवी नमोस्तुते।
सुर और भक्ति नमोस्तुते।
नमोस्तुते नमोस्तुते नर्मोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते…. || जय अम्बे माँ ||
हे भद्रकाली नमोस्तुते,
माँ शेराँवाली नमोस्तुते।
हे सर्वशक्ति नमोस्तुते,
maa durga mantra | माँ दुर्गा के तत्काल फल देने वाले मंत्र
माँ शोक दुःख निवारिणी,
हे सर्व मंगलकारिणी,
तू ही शुम्भ निशुम्भ विदारिणी,
तू चंड-मुण्ड संहारिणी।
हे महिष्दानव मर्दिनी,
काली है तू ही कपालिनी।
हे माँ तू सृष्टि सृजन करे,
तू ही दानवों का दलन करे।
दुर्गा तू ही – लक्ष्मी भी तू
तू ही सरस्वती का स्वरुप है।
कण कण में तू ही समायी है,
तू ही छाँव है कभी धूप है।
हे चिन्तपूर्णि नमोस्तुते
हे ज्वाला देवी नमोस्तुते।
चामुण्डा देवी नमोस्तुते,
माँ नैना देवी नमोस्तुते।
मीनाक्षी देवी नमोस्तुते,
कामाख्या देवी नमोस्तुते।
सुर और भक्ति नमोस्तुते।
नमोस्तुते नमोस्तुते नर्मोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते…. || जय अम्बे माँ ||
हे भद्रकाली नमोस्तुते,
माँ शेराँवाली नमोस्तुते।
हे सर्वशक्ति नमोस्तुते,
माँ शोक दुःख निवारिणी,
हे सर्व मंगलकारिणी,
तू ही शुम्भ निशुम्भ विदारिणी,
तू चंड-मुण्ड संहारिणी।
हे महिष्दानव मर्दिनी,
काली है तू ही कपालिनी।
हे माँ तू सृष्टि सृजन करे,
तू ही दानवों का दलन करे।
दुर्गा तू ही – लक्ष्मी भी तू
तू ही सरस्वती का स्वरुप है।
कण कण में तू ही समायी है,
तू ही छाँव है कभी धूप है।
हे चिन्तपूर्णि नमोस्तुते
हे ज्वाला देवी नमोस्तुते।
चामुण्डा देवी नमोस्तुते,
माँ नैना देवी नमोस्तुते।
मीनाक्षी देवी नमोस्तुते,
कामाख्या देवी नमोस्तुते।
सुर और भक्ति नमोस्तुते।
नमोस्तुते नमोस्तुते नर्मोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते…. || जय अम्बे माँ ||
हे भद्रकाली नमोस्तुते,
माँ शेराँवाली नमोस्तुते।
हे सर्वशक्ति नमोस्तुते,
माँ शोक दुःख निवारिणी,
हे सर्व मंगलकारिणी,
तू ही शुम्भ निशुम्भ विदारिणी,
तू चंड-मुण्ड संहारिणी।
हे महिष्दानव मर्दिनी,
काली है तू ही कपालिनी।
हे माँ तू सृष्टि सृजन करे,
तू ही दानवों का दलन करे।
दुर्गा तू ही – लक्ष्मी भी तू
तू ही सरस्वती का स्वरुप है।
कण कण में तू ही समायी है,
तू ही छाँव है कभी धूप है।
हे चिन्तपूर्णि नमोस्तुते
हे ज्वाला देवी नमोस्तुते।
चामुण्डा देवी नमोस्तुते,
माँ नैना देवी नमोस्तुते।
मीनाक्षी देवी नमोस्तुते,
कामाख्या देवी नमोस्तुते।
सुर और भक्ति नमोस्तुते।
नमोस्तुते नमोस्तुते नर्मोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते…. || जय अम्बे माँ ||
हे भद्रकाली नमोस्तुते,
माँ शेराँवाली नमोस्तुते।
हे सर्वशक्ति नमोस्तुते,
माँ शोक दुःख निवारिणी,
हे सर्व मंगलकारिणी,
तू ही शुम्भ निशुम्भ विदारिणी,
तू चंड-मुण्ड संहारिणी।
हे महिष्दानव मर्दिनी,
काली है तू ही कपालिनी।
हे माँ तू सृष्टि सृजन करे,
तू ही दानवों का दलन करे।
दुर्गा तू ही – लक्ष्मी भी तू
तू ही सरस्वती का स्वरुप है।
कण कण में तू ही समायी है,
तू ही छाँव है कभी धूप है।
हे चिन्तपूर्णि नमोस्तुते
हे ज्वाला देवी नमोस्तुते।
चामुण्डा देवी नमोस्तुते,
माँ नैना देवी नमोस्तुते।
मीनाक्षी देवी नमोस्तुते,
कामाख्या देवी नमोस्तुते।
सुर और भक्ति नमोस्तुते।
नमोस्तुते नमोस्तुते नर्मोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते…. || जय अम्बे माँ ||
हे भद्रकाली नमोस्तुते,
माँ शेराँवाली नमोस्तुते।
हे सर्वशक्ति नमोस्तुते,
माँ शोक दुःख निवारिणी,
हे सर्व मंगलकारिणी,
तू ही शुम्भ निशुम्भ विदारिणी,
तू चंड-मुण्ड संहारिणी।
हे महिष्दानव मर्दिनी,
काली है तू ही कपालिनी।
हे माँ तू सृष्टि सृजन करे,
तू ही दानवों का दलन करे।
दुर्गा तू ही – लक्ष्मी भी तू
तू ही सरस्वती का स्वरुप है।
कण कण में तू ही समायी है,
तू ही छाँव है कभी धूप है।
हे चिन्तपूर्णि नमोस्तुते
हे ज्वाला देवी नमोस्तुते।
चामुण्डा देवी नमोस्तुते,
माँ नैना देवी नमोस्तुते।
मीनाक्षी देवी नमोस्तुते,
कामाख्या देवी नमोस्तुते।
सुर और भक्ति नमोस्तुते।
नमोस्तुते नमोस्तुते नर्मोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते…. || जय अम्बे माँ ||
हे भद्रकाली नमोस्तुते,
माँ शेराँवाली नमोस्तुते।
हे सर्वशक्ति नमोस्तुते,
माँ शोक दुःख निवारिणी,
हे सर्व मंगलकारिणी,
तू ही शुम्भ निशुम्भ विदारिणी,
तू चंड-मुण्ड संहारिणी।
हे महिष्दानव मर्दिनी,
काली है तू ही कपालिनी।
हे माँ तू सृष्टि सृजन करे,
तू ही दानवों का दलन करे।
दुर्गा तू ही – लक्ष्मी भी तू
तू ही सरस्वती का स्वरुप है।
कण कण में तू ही समायी है,
तू ही छाँव है कभी धूप है।
हे चिन्तपूर्णि नमोस्तुते
हे ज्वाला देवी नमोस्तुते।
चामुण्डा देवी नमोस्तुते,
माँ नैना देवी नमोस्तुते।
मीनाक्षी देवी नमोस्तुते,
कामाख्या देवी नमोस्तुते।
सुर और भक्ति नमोस्तुते।
नमोस्तुते नमोस्तुते नर्मोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते…. || जय अम्बे माँ ||
हे भद्रकाली नमोस्तुते,
माँ शेराँवाली नमोस्तुते।
हे सर्वशक्ति नमोस्तुते,
माँ शोक दुःख निवारिणी,
हे सर्व मंगलकारिणी,
तू ही शुम्भ निशुम्भ विदारिणी,
तू चंड-मुण्ड संहारिणी।
हे महिष्दानव मर्दिनी,
काली है तू ही कपालिनी।
हे माँ तू सृष्टि सृजन करे,
तू ही दानवों का दलन करे।
दुर्गा तू ही – लक्ष्मी भी तू
तू ही सरस्वती का स्वरुप है।
कण कण में तू ही समायी है,
तू ही छाँव है कभी धूप है।
हे चिन्तपूर्णि नमोस्तुते
हे ज्वाला देवी नमोस्तुते।
चामुण्डा देवी नमोस्तुते,
माँ नैना देवी नमोस्तुते।
मीनाक्षी देवी नमोस्तुते,
कामाख्या देवी नमोस्तुते।
सुर और भक्ति नमोस्तुते।
नमोस्तुते नमोस्तुते नर्मोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते…. || जय अम्बे माँ ||
हे भद्रकाली नमोस्तुते,
माँ शेराँवाली नमोस्तुते।
हे सर्वशक्ति नमोस्तुते,
ध्यान हमारे लिए क्यों जरूरी है ?