नी तू अन्दरों प्रीतम टील अखियां बंद करके लिरिक्स
नी तू अन्दरों प्रीतम टील अखियां बंद करके नी तू अन्दरों प्रीतम टील, अखियां बंद करके, क्यों तू फिरदी डावांडोल अखियां भर भर के। आ के देख लै नी जिन्दे, गगन मंडल च फिरन परिन्दे तू वी अपने परां नू खोल अखियाँ बंद करके।नी तू अन्दरों। … घर अन्दर तेरे रहबर वसदा, आपे बसदा आपे … Read more