पम्पासुर के घाट घाट पर शबरी करे पुकार राम घर आ जाना
पम्पासुर के घाट घाट पर शबरी करे पुकार राम घर आ जाना पम्पासुर के घाट घाट पर शबरी करे पुकार राम घर आ जाना राम घर आ जाना रामआसन नहीं है चौंकी नहीं है, कैसे तूझे बिठाऊँगी-2 हरी हरी है घास, है पड़ा पुराना टाट राम घर आ जाना पम्पासुर के….. दूध नहीं है छाछ … Read more