हे दुःख भन्जन मारुती नंदन लिरिक्स
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार । पवनसुत विनती बारम्बार ॥ हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार । पवनसुत विनती बारम्बार ॥ अष्ट सिद्धि, नव निधि के दाता, दुखिओं के तुम भाग्यविधाता । सियाराम के काज सवारे, मेरा करो उद्धार ॥ पवनसुत विनती बारम्बार । हे दुःख भन्जन, मारुती … Read more