दिन तेरे बन्धुवा दां, रात तेरी अपनी नींद नू छड़

दिन तेरे बन्धुवा दां,

दिन तेरे बन्धुवा दां, रात तेरी अपनी नींद नू छड़ दिन तेरे बन्धुवा दां, रात तेरी अपनी नींद नू छड़ के प्रभु नाम जप नी। उठ के सवेरे कहा जल्दी जल्दी नहां लवां चौंके बिच जा के चार रोटियां पका लवां हर वेले तैनू रहिंदी कम्मां वाली तक नी दिन तेरे बन्धुवा…. वेहली होवे जदो … Read more

सत्गुरु पाया तां हो गई निहाल नी सइयों

सत्गुरु पाया तां हो गई

सत्गुरु पाया तां हो गई निहाल नी सइयों सत्गुरु पाया तां हो गई निहाल नी सइयोंनी मैं भजदी सी जंगलां पहाड़ियां नी मैं भजदी सी मंदिरां ते माड़ियां अन्दर बैठे ने आया न ख्याल नी सइयोंसत्गुरु पाया…. औखे वेले नू जदो वी पुकारिया, बाँह फड़ के उन्हां ने मैनूं तारिया, ओह करदे ने हरदम बेड़ा … Read more