दीवे दी लौ वरगा जिन्दगी दा खेल वे बुझ जाना दीवा
दीवे दी लौ वरगा जिन्दगी दा खेल वे बुझ जाना दीवा दीवे दी लौ वरगा जिन्दगी दा खेल वे बुझ जाना दीवा, जदो मुक जाना तेल वे। मान केहड़ी गल्ल दा करना वे हानियां आनी पतझड़ सुक जान टाहनियाँ हवा दा वरोला आवे पुट देवे वेल वे। दीवे दी लौ वरगा…. मार के उडारी तैथो … Read more