वैष्णो अमृतवाणी लिरिक्स (Vaishno Amritvani )

वैष्णो अमृतवाणी लिरिक्स (Vaishno अमृतवाणी ) वैष्णो गुफा निवासनी अदभुत तेरो धाम.. तेरे साधक का तुझको शत्त शत्त है प्रणाम… कष्ट निवारत विघ्न हरण, सुख सागर तेरा जाप.. ममता मूरत दयानिधि हरो भगतन के पाप… मृग तृष्णा की भांति माँ , भटक रहे हम लोग …. मन मंदिर नहीं झाँकते, सहते सोग वियोग… दुख कठरिया … Read more