
हो रंगीली होरी में, हाँ रंगीली होरी में,
रंग दिनो नन्द को लाल, बिरज की गोरी ने,
हो रँगीली होरी में, हाँ रँगीली होरी में।
हो तोहे रंग डारूंगी, हाँ तोहे रंग डारूंगी,
सुन रसिया खोल के कान, ना तोते हारूंगी,
हो तोहे रंग डारूंगी, हो रँगीली होरी में,
हाँ रँगीली होरी में।
हो मजा चखाउंगी, हाँ मजा चखाउंगी,
सखियन के बीच ओ रसिया, तोहे नचाऊंगी,
ओ सुन नंद के लाला, हाँ सुन नंद के लाला,
बरसाने में पड़ गया तेरा, सखियों से पाला,
ओ सुन नंद के लाला, हो रँगीली होरी में,
हाँ रँगीली होरी में।
हो होरी को जयकारो, हाँ होरी को जयकारो,
पागल भए ‘चित्र विचित्र’ के, तन मन धन वारो,
हो होरी को जयकारो, हो रँगीली होरी में,
हाँ रँगीली होरी में।