हम पर नजरें मेहर की टिकाए रखियो
हम पर नजरें मेहर की टिकाए रखियो
चरण कमलों से हरदम लगाई रखियो
मूढ़ अज्ञानी हम तो नादान बड़े हैं,
कुछ भी न जाने अनजान बड़े हैं,
मन में ज्ञान की ज्योति जलाए रखियो।
हम पर नजरें। ….
चित धरियो न अवगुण हमारे मैया
हम तो जीते हैं तेरे सहारे,
सदा भूलें हमारी भुलाएं रखियों
चरण कमलों से हरदम लगाई रखियो।
हम पर नजरें। …..
हम ने सौंपी है डोर तेरे हाथ में
आप की है मर्जी ले जाओ किनारे
नहीं डर जब तक डोरी तेरे हाथ में।
हम पर नजरें। …
अपनी ममता से करना हमें दूर न
रहना पल भर भी जुदा हमें मंजूर न
थोड़ा सा प्यार दे के चरणों में बिठालो।
हम पर नजरें। …
हम पर नजरें मेहर की टिकाए रखियो
चरण कमलों से हरदम लगाई रखियो