
भोले दानी रे भोले दानी निराला पिये सदा भंगिया लिरिक्स
भोले दानी रे भोले दानी,
भोले दानी भोले दानी भोले निराला,
पिये सदा भंगिया का प्याला,
काले काले रे काले काले,
काले नागों की माला को अपने गले में है डाले,
जो चाहे मांगो जो चाहे ले लो,
सोना चांदी हीरा मोती,
सब देने वाला रे भोले दानी भोले दानी,
भोले बाबा जी के सब हैं पुजारी नर हो या नारी
ये सब संसारी दर के भिखारी,
सारे भक्तों के हितकारी त्रिशूलधारी
भोले भंडारी नंदीवाले नागधारी ॥
अब तक किसी को भी देकर निराशा,
इसने कभी अपने दर से ना टाला
रे भोला दानी भोला दानी…
सबसे बड़े जग में है यही ज्ञानी
भोले वरदानी त्रिशूल पाणी,
शिव औघड़ दानी रे ।
गाते हैं सब इनकी वाणी यह
जग के प्राणी पंडित और ज्ञानी,
राजा रानी जोगी ध्यानी ॥
जपता सदा शर्मा है जिसकी माला,
कहलाता है शिव डमरू वाला
रे भोला दानी भोला दानी
भोले दानी रे भोले दानी निराला पिये सदा भंगिया pdf
- नगर मे जोगी आया | Nagar Mein Jogi Aaya lyrics
- जटाधारी बनके त्रिपुरारी बनके चले आना भोले चले आना लिरिक्स
- शिव शिव जिन्हा दे शंकर होन सहाई लिरिक्स – रोशन प्रिंस
- तेरे डमरू की धुन सुनके में काशी नगरी आई हूं लिरिक्स
- Beta Bholenath Ka Lyrics | भोलेनाथ मेरे | Gajendra
आदत बुरी सुधार लो बस हो गया लिरिक्स
दिल तुझको दिया ओ भोलेनाथ तेरे चरणों में ध्यान लगाया लिरिक्स