मेरा रोम रोम बोले जयशंकर बम भोले,

मेरा रोम रोम बोले जयशंकर बम भोले,

मेरा रोम रोम बोले जयशंकर बम भोले,
मन थिनर थिनर डोले,
मेरा डमरू जब बोले,
मेरा रोम रोम बोले,
जय शंकर बम भोले,
बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले बम

मुझको भी भस्म लगा दे,
मेरा अंग अंग महका दे,
मैं भी तेरे संग नाचूं जरा,
डमरु थोड़ा बजा दे,
ब्रम्हांड काप जाए, जब तीसरा नेत्र खोलने,
मेरा रोम रोम भोले जै शंकर बम भोले,
बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले,

पिता चतुर्मुख स्वयं पंचमुख एक संतान है षणमुख
बसम भस्म रमे भोले बाबा का दूजा सूत है गज मुख,
मन दिनक दिनक डोले मेरा, डमरु जब डोले मेरा रोम रोम बोले ,
जय शंकर बम भोले,
बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले

तू शंकर कैलाशी,
तू है घट घट वासी,
सबका भोला बाबा तु है पकड़ सन्यासी,
सबका भोला बाबा तु है पकड़ सन्यासी,
है सफल वही जीवन जो हर हर महादेव भोले,
बम भोले बम बम भोले बम बम भोले,

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