विनम्र प्रार्थना
मुझ पर दया करो जग जननी, सब अपराध क्षमा कर दो।
शारदा मातां बुद्धि दो, मां लक्ष्मी भण्डारे भर दो।
आवाहन विसर्जन पूजा, कुछ भी करना जानूं न।
कर्म काण्ड भक्ति के मन्त्र क्या हैं यह पहचानूं न।
मैं अपराधों सहित भवानी शरण तुम्हारी आया हूं।
अज्ञानी बालक को बख्शो दाती तेरा जाया है।
प्रगट गुप्त जो औगन हो गये उन पर ध्यान न धरना माँ।
पाठ ‘चमन’ मैं करूं तुम्हारा, आशा पूर्ण करना माँ।
चमन की श्री दुर्गा स्तुति
- सर्व कामना पूर्ण करने वाला पाठ- चमन की श्री दुर्गा स्तुति
- श्री दुर्गा स्तुति पाठ विधि
- श्री दुर्गा स्तुति प्रारम्भ
- प्रसिद्ध भेंट माता जी की (मैया जगदाता दी)
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- विनम्र प्रार्थना
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