
शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा महाकाल की नगरी
शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा हमारा तुम्हारा,
महाकाल की नगरी मे पाऊं जनम दोबारा
इस नगरी के कंकर पथर हम बन जाए,
भक्त हमारे उपर चड़कर मंदिर जाए,
भक्तजनो के पाव पड़े तो हो उद्धार हमारा,
बाबा भोलानाथ है हमारा तुम्हारा
जब भी ये तन त्यागु त्यागु क्षिप्रा तट पर,
इतना करना स्वामी ओर मरु मर्धत पर,
मेरी भसमी चड़े आप पर पाउ प्यार तुम्हारा,
शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा
जय भोला भंडारी जय गौरा त्रिपुरारी,
रखियो लाज हमारी सब जाग के हितकारी,
मन की इक्च्चा पूरण होतो होवे वारा न्यारा,
बाबा भोलानाथ है हमारा तुम्हारा
शंकर भोला नाथ है हमारा तुम्हारा हमारा तुम्हारा,
महाकाल की नगरी मे पाउ जनम दोबारा
- क्षिप्रा किनारे बैठे हुए है मोरे उज्जैन के महाराज
- चलो इक बार मंदिर में जहाँ महादेव रहते हैं
- भोले चलेंगे संग कावड़ में लिरिक्स – Roshan Prince
- हर नगर नगर और डगर डगर हम जहाँ भी दृष्टि डाले लिरिक्स
- सावन का महीना आए हैं भोलेनाथ लिरिक्स | Swati Mishra
शबरी के बेरों में था प्रेम प्रेम की डोर बंधे भगवान
शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ लिरिक्स