छठा अध्याय माघ महात्म्य
छठा अध्याय माघ महात्म्य दत्तात्रेय ने कहा- हे राजन्! माघ महात्म्य का एक और प्राचीन इतिहास मैं तुमको सुनाता हूँ। पहले सतयुग में वैषध नगर में कुबेर के समान धनी हिमकुण्डल नामक एक वैश्य था । वह कुलीन, सत्क्रिया करने वाले ब्राह्मणों व देवताओं का पूजन करता था। वह खेती करता और गौ, भैस, घोड़ा … Read more