दुनिया दीवानी हो गयी रूप हजारो मैया तेरे
रूप हजारो मैया तेरे 
सभी रूप है प्यारे 
मार भगाया दैत्य जनों को
 बलि दैत्य संघारे 
दुनिया दीवानी हो गयी
दीप जलाते ध्वजा नारियल
 ओढ़े लाल चुनरिया 
निर्धन हो धनवान सभी पर
 करती है माई नजरिया
 दुनिया दीवानी हो गयी
अमन किया था जब अकबर ने
 उसका घमंड मिटाया 
आ करके दरबार में माँ के 
सोने का छतर चढ़ाया
 दुनिया दीवानी हो गयी
