सत्रहवाँ अध्यायं माघ महात्म्य
सत्रहवाँ अध्यायं माघ महात्म्य कार्तवीर्य ने पूछा-हे भगवान्! कांचनमालिनी और राक्षस कौन थे? कृपया उस इतिहास को आप बताइये । दत्तात्रेय जी बोले- राजन् ! विद्वान और ज्ञानी तथा धर्म जिज्ञासु को समस्त रहस्य बता देने चाहिये । यही उचित बात है। इस इतिहास को सुनने से अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है। परम … Read more