तीसवाँ अध्याय श्रावण महात्म्य
तीसवाँ अध्याय श्रावण महात्म्य ईश्वर ने कहा- आप से मैंने जो कुछ सावन महीने का माहात्म्य कहा, वह सौ सालों में भी उस मास का वर्णन नहीं हो सकता। इस मेरी प्रिया सती ने दक्षप्रजापति के यज्ञ में अपने देह का होम कर, हिमालय की पुत्री हो इसी सावन महीने का सेवन किया। जिसके द्वारा … Read more