रोटी खा ले ठाकुरा मैं मर जाणा सिर चढ़ के लिरिक्स
रोटी खा ले ठाकुरा, मैं मर जाणा सिर चढ़ केधन्ना, भगत पिया, वाजां मारे बैठ गया, हठ करके। रोटी, खा ले ठाकुरा, मैं मर जाणा, सिर चढ़ के। पंडित को तू, दर्शन दिखावे, देर ज़रा ना लावे। मेरे कोलों, कृष्ण मुरारी, काहनूं मुंह छिपावे। मैं तो तेरे, दर पे आया। दिल में आसें धर के। … Read more