शिव भोले का डमरु जब-जब बजता है लिरिक्स – शिव भजन
शिव भोले का डमरु, जब-जब बजता है तर्ज : दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है…. शिव भोले का डमरु, जब-जब बजता है, धरती – अम्बर सारा ही, जग नचता है, देव-असुर-नर-किन्नर, सारे नाच रहे, भगतों का भी प्यारा, जमघट मचता है। शिव भोले ॥ शिव कैलाशी – शिव अविनाशी, बाँध लिये घुँघरू, छम-छम-छम-छम नाच रहें … Read more