मातेश्वरी तू धन्य है

(धूमलोचन ,चण्ड मुण्ड, बीज वध वर्णन) धूमलोचन दैत्य अरु, वीर चण्ड अरु मुण्ड। रक्तबीज वध की कथा, थे जो शक्ति कुण्ड।। सभी देवता हिमाचल पर जगत् की जननी श्रीपार्वतीजी के पास पहुंचे मातेश्वरी तू धन्य है – ऋषि बोले-शुंभ निशुंभ नाम के दो दैत्य परम पराक्रमी हुए। जिनके तेज से चराचर त्रिलोकी काँप उठी, दोनों … Read more

माँ उमा की उत्पत्ति

देव दर्प के दलन को प्रकटी तेज स्वरूप।  दुष्ट जनन को मृत्यु हैं, भक्तों को माँ रूप।। माँ उमा की उत्पत्ति – सूतजी बोले-हे ऋषिगण! सुनिये एक बार देवता दैत्यों का भयानक युद्ध हुआ। तब इसी मातेश्वरी के प्रताप से देवता विजयी हुए। इस कारण देवताओं को गर्व हुआ, अपनी-अपनी प्रशंसा करने लगे। एक तेज … Read more

माँ का प्राकट्य

माँ की महिमा तो जितनी गाए उतनी कम है हममें इतनी शक्ति नहीं की हम उसकी लीला का गायन कर सके। माँ का प्राकट्य के बारे में जो भी यहाँ बताया जा रहा है यह सब उसकी शक्ति द्वारा ही जो असल में हुआ है वही लीला के बारे में बताया गया है क्यूंकि हममे … Read more