तेरे डमरू की धुन सुनके में काशी नगरी आई हूं लिरिक्स

तेरे डमरू की धुन सुनके में काशी नगरी आई हूं मेरे भोले ओ बम भोले मैं काशी नगरी आई हूं तेरे डमरू की धुन….. सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में मुक्ति है उसी गंगा में नहाने को मैं काशी नगरी आई हूं तेरे डमरू की धुन….. सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी … Read more

शंभू सभी में समाया लिरिक्स | Hansraj raghuwanshi

शंभू सभी में समाया जो न कभी जन्मा तो क्या होगी मृत्युखुद से बने है जो वो है शक्ति शंभूतीनों लोक के है स्वामी कैलाश पति अंतर्यामी जिसका भेद कोई भी जान ना पायाशंभू सभी में समाया जिसने पूजा उसे हाथ थमाया शंभू जिसकी लीला अपरंपार हैसबमें वो है वो सबका संसार हैजो बना है … Read more