हे भोले शंकर पधारो बैठे छिप के कहाँ लिरिक्स
हे भोले शंकर पधारो बैठे छिप के कहाँ हे भोले शंकर पधारो बैठे छिप के कहाँ । गंगा जटा में तुम्हारी, हम प्यासे यहाँ ॥ महा सती के पति मेरी सुनो वंदना । हे भोले शंकर पधारो बैठे छिप के कहाँ आओ मुक्ति के दाता पड़ा संकट यहाँ ॥ महा सती के पति बोलो छिपे … Read more