अयोध्या के राजा राम भारत है आपका महलो में आओ
अयोध्या के राजा भारत है आपका
महलो में आओ स्वागत है आपका
जो भूल हुई हमसे हमें माफ़ ज़रा करदो
मेहलो में राजा राम तुम पाव ज़रा धरलो
अयोध्या के राजा भारत है आपका
महलो में आओ स्वागत है आपका
बाबर ने राम जी के मंदिर को तोड़ा
राम सेवको में मंदिर को जोड़ा
आये भगवा धारी है मंदिर की तयारी है
आये भगवा धारी है मंदिर की तयारी है
अयोध्या के राजा भारत है आपका
महलो में आओ स्वागत है आपका
सिर्फ राजा राय का राज्याभिषेक नहीं है
माता सीता का भी है वो माता सीता जिसका विवाह हुआ विवाह होते ही बनवास मिल गया उसके बाद रावण हरण करके से गया, संका विचर के साद भी राज्याभिषेक हुआ, तो तानो की बजह से माता सीता को महल छोड़ कर जाना पड़ा, भगवान वाल्मीकि के आश्रम पर रहकर दोनों बेटों को पान कर बड़ा कर डाला, उसके बाद धरती में समा गयी, धरती से उपजी सीता धरती में समा गयी कभी मेहतो तक नहीं पहुंची, जो काम त्रेता में नहीं हुआ वो काम कलयुग में होने जा रहा है. महाराजा सा के साथ महारानी गीता का भी स्वागत करते है
आपकी कृपा कोई ले नहीं पाया
आपका महल कोई बना नहीं पाया
अब राजतिलक होगा, उत्सव ये बड़ा होगा
सारा भारत मेरा अयोध्या में खड़ा होगा
अयोध्या के राजा भारत है आपका
महलो में आओ स्वागत है आपका
बंदे के दिल में क्या है मेरे राम जानते हे लिरिक्स
श्री परमहंस सद्गुरुदेव श्री पंचम पादशाही जी महाराज का जीवन