चमन की दुर्गा स्तुति in pdf
दुर्गा स्तुति in pdf चमन की दुर्गा स्तुति in pdf माँ आनन्देश्वरी आनंद संदेश
दुर्गा स्तुति in pdf चमन की दुर्गा स्तुति in pdf माँ आनन्देश्वरी आनंद संदेश
नवरात्र व्रत नवरात्र व्रत – प्राचीनकाल से ही व्रत-त्यौहारों की विभिन्न प्रथाएं प्रचलित हैं। इन प्रथाओं के पीछे भी विशिष्ट कारण निहित होते हैं। देवी माता में विश्वास व श्रद्धावश व्रत रखने वालों की संख्या भी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है किंतु इन त्यौहारों व इनमें निर्धारित आहार-विहार के आधार में विज्ञान छुपा है। इस … Read more
श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुःख हरनी।। निराकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूं लोक फैली उजियारी ।। शशि लिलाट मुख महा विशाला। नेत्र लाल भृकुटी विकराला ।। रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे।। तुम संसार शक्ति लय कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना।। अन्नपूरना … Read more
मां के आर्शीवाद का फल मां आर्शीवाद का फल – शांती देवी, अपने बच्चों के साथ ही रह रही थी, उसके पति सेना में थे, अकेली औरत ऊपर से दो बच्चों के लालन-पालन की जिम्मेदारी। यह बात कहने को तो बहुत सरल थी, परन्तु जो करता है वही जानता है कि उसे क्या-क्या कष्ट उठाने … Read more
श्री दुर्गा अष्टमी व्रत विधि श्री दुर्गा अष्टमी व्रत विधि :- यह त्यौहार अश्विन शुक्लपक्ष अष्टमी को आता है। इस दिन दुर्गा देवी की पूजा की जाती है। भगवती दुर्गा को उबाले हुए चने, हलुआ, पूड़ी, खीर, पूआ आदि का भोग लगाया जाता है। बहुत से व्यक्ति इस महाशक्ति को प्रसन्न करने के लिए हवन … Read more
श्री नवरात्रे व्रत कथा व व्रत की विधि नवरात्रे कथा व्रत विधि – इस व्रत में उपवास या फलाहार आदि का कोई विशेष नियम नहीं है। प्रातः उठकर स्नान करके, मंदिर में जाकर या घर पर ही नवरात्रों में दुर्गाजी का ध्यान करना चाहिए और व्रत रखना चाहिए। कन्याओं के लिए यह विशेष फलदायक है। … Read more
बाबा वडभाग सिंह जी dera baba vadbhag singh ji history baba vadbhag singh ji– सृष्टिकर्त्ता परमेश्वर ने जब दृष्यमान संसार की कि रचना की उस समय से ही इसके संरक्षण के नि लिए और समय-समय पर आई दुर्बलताओं का से निवारण करने हेतु आप स्वयं निर्गुण से सगुण रूप धारण कर संसार में आए अथवा … Read more
भक्ति की शक्ति भक्ति की शक्ति – रात एक बजे का समय था। एक सेठ को नींद नहीं आ रही थी और काफी बेचैन था। वह घर की छत पर चक्कर लगाए जा रहा था लेकिन चैन नहीं पड़ रहा था। आखिर में वह नीचे उतरा और अपनी कार में शहर की ओर निकल गया। … Read more
baba balak nath ji बाबा बालक नाथ जी baba balak nath ji – वन स्थल होते हैं जिनके नाम श्रवण मात्र से ही पापों का नाश हो जाता है। ऐसे स्थलों पर जाने से मनवांछित फल मिल जाता है। तीर्थयात्रा पर जाने वाले को पग-पग पर अश्वमेघ यज्ञ का फल मिल जाता है। ऐसा ही … Read more
भैरवनाथ की कथा भक्त श्रीधर की सच्ची उपासना और अडिग विश्वास को देखकर मां वैष्णों को स्वयं एक दिन कन्या का रूप धारण करके आना पड़ा। भक्त जी कन्या का पूजन की तैयारी कर रहे थे, छोटी-2 कन्यायें उपस्थित थीं। उन्हीं में मां वैष्णवों भी कन्या बनकर आ गई। नियम के अनुसार पांव धोकर भोजन परोसते समय … Read more