भक्त है महाकाल का लिरिक्स । Muntashir Shukla
भक्त है महाकाल का लिरिक्स गंगाधर की करुणा से तो सूखे उपवन खिल जाते हैविश्वजीत को मिलता है इक दिन शिव भी उनको मिल जाते हैमाथे पे शिव का नाम लिखा लेकाम करेगा डाल का काल भी उसका क्या बिगाड़े जो भक्त है महाकाल का तेरे शीश पे झर झर गंगातेरे माथे पे चमके चंदाहै … Read more