श्री दुर्गा पूजा पाठ विधि | दुर्गा सप्तशती

श्री दुर्गा पूजा पाठ विधि तथा पूजा-सामग्री श्री दुर्गा जी की पूजा विशेष रूप से वर्ष में दो बार नवरात्रों में की जाती है। आश्विन शुक्ला प्रतिपदा को जो नवरात्र प्रारम्भ होते हैं, उन्हें शारदीय नवरात्र कहते हैं । चैत्र शुक्ला प्रतिपदा से आरम्भ होने वाले नवरात्र वार्षिक कहलाते हैं । माँ दुर्गा के भक्त … Read more

maa durga mantra in hindi

माँ दुर्गा मंत्र

maa durga mantra in hindi माँ दुर्गा के सिद्ध और मनोकामना पूर्ण करने वाले जप-मंत्र माँ दुर्गा के मंत्र अत्यधिक शक्तिशाली और सिद्ध मंत्र होते हैं। इन मंत्रों द्वारा माता रानी को प्रसन्न किया जा सकता है। इन मंत्रों के रोजाना जाप से माँ दुर्गा के साक्षात दर्शन होते हैं और जो भक्त माँ दुर्गा … Read more

Khatu Shyam History

Khatu Shyam ji

Khatu Shyam Khatu Shyam History बाबा खाटू श्याम जी को श्रीकृष्ण के कलयुगी अवतार के रूप में पूजा जाता है। कहते हैं बाबा राजा को रंग और रंक को राजा बना सकते हैं।राजस्थान के सीकर जिले में बाबा का भव्य मंदिर है।जहां पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बाबा खाटू श्याम जी कौन … Read more

Chintpurni Mata || चिंतपूर्णी माता का इतिहास

jai maa chintpurni

Chintpurni Mata History Chintpurni Mata – कहा जाता है भक्त माई दास को मां चिंतपूर्णी के स्थान के बारे में सबसे पहले पता चला था। बात सन् 1556 से 1700 के आसपास की है। माई दास के पिता अट्ठर नामक गांव के रहने वाले थे। उस समय वह पटियाला रियासत में था। वह बड़े तेजस्वी … Read more

श्री राधा कौन है ? || Shri Radha

श्री राधा chalisa

श्री राधा कौन है ? – श्री राधा-कृष्णतत्त्व सर्वथा अप्राकृत है, इनका विग्रह अप्राकृत है, इनकी समस्त लीलाएँ अप्राकृत हैं- जो अप्राकृत क्षेत्रमें अप्राकृत मन-बुद्धि-शरीरसे अप्राकृत पात्रों में हुई थीं। अप्राकृत लीला को देखने, सुनने , कहने और समझने के लिये अप्राकृत नेत्र, कर्ण, वाणी और मन-बुद्धि चाहिये। भगवान् के विभिन्न सच्चिदानन्दमय दिव्य लीला-विग्रहों में … Read more

भगवान युगलकिशोर की आरती

Radhe Krishna status

युगलकिशोर की आरती आरति जुगल किसोर की कीजै, तन मन धन न्योछावर कीजै ॥ गौर स्याम मुख निरखन कीजै, प्रेम स्वरूप नयन भर पीजै । रबि ससि कोटि बदनकी सोभा, ताहि देखि मेरो मन लोभा ॥ मोर मुकुट कर मुरली सोहै, नटवर वेष निरख मन मोहै । ओढ़ें पीत नील पट सारी। कुंजन ललना- लाल … Read more

महाबली भीम सेन की कथा

महाबली भीम भीमसेन कुंती का दूसरा पुत्र था। इसका जन्म पवन देवता के संयोग से हुआ था, इसी कारण इसमें पवन की-सी शक्ति थी। इसके उदर में वृक नामक तीक्ष्ण अग्नि थी, इसीलिए इसका नाम वृकोदर भी पड़ा | जिस समय इसका जन्म हुआ, उसी समय आकाशवाणी हुई थी कि भीमसेन वीरों में श्रेष्ठ होगा … Read more

कौन सा पुष्प किस देवता को चढ़ाया जाना चाहिए

कौन सा पुष्प किस देवता को चढ़ाया को चढ़ाये आइए जानें – प्रायः हर घर में किसी न किसी शुभ अवसर पर मांगलिक कार्य संपादित किए जाते हैं। मंदिरों में इष्टदेव की आराधना हो या पूजा या फिर वैदिक मंत्रों का पाठ, इन सब में फूलों को जरूर शामिल किया जाता है। इष्टदेव की पूजा … Read more

श्री श्याम चालीसा – श्याम श्याम भजि बारम्बारा

श्री श्याम चालीसा श्री श्याम चालीसा एक भक्ति गीत है जो श्री खाटू श्याम पर आधारित है। ॥ चौपाई ॥ श्याम श्याम भजि बारम्बारा । सहज ही हो भवसागर पारा॥ इन सम देव न दूजा कोई। दीन दयालु न दाता होई॥ भीमसुपुत्र अहिलवती जाया । कहीं भीम का पौत्र कहाया॥ यह सब कथा सही कल्पान्तर … Read more

श्री बगलामुखी चालीसा

श्री बगलामुखी चालीसा चालीसा बगलामुखी चालीसा एक भक्ति गीत है जो बगलामुखी माता पर आधारित है। ॥ दोहा ॥ सिर नवाइ बगलामुखी, लिखूँ चालीसा आज । कृपा करहु मोपर सदा, पूरन हो मम काज ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री बगला माता । आदिशक्ति सब जग की त्राता॥ बगला सम तब आनन माता … Read more