श्री सीता माता

जगज्जननी श्री सीता माता जी श्री सीता माता जी श्री सीता माता प्रेम की मूर्ति हैं और दया की समुद्र हैं। रामायण के अरण्यकाण्ड में जयन्त का प्रसंग आता है। जयन्त ने अपराध श्रीसीता माँ का ही किया परन्तु माताजी को उस पर दया आई। सन्त ऐसा मानते हैं कि जयन्त का अपराध अक्षम्य है, … Read more

jai ambe gauri aarti

jai ambe gauri aarti जय अम्बे गौरी जय अम्बे गौरी,मैया जय श्यामा गौरी,तुमको निशिदिन ध्यावततुमको निशिदिन ध्यावत,हरि ब्रह्मा शिवरी,ॐ जय अम्बे गौरी मांग सिंदूर विराजित,टीको जगमग तो,मैया टीको जगमग तोउज्ज्वल से दोउ नैना,उज्ज्वल से दोउ नैना,चंद्रवदन नीकोॐ जय अम्बे गौरी कनक समान कलेवर,रक्ताम्बर राजै,मैया रक्ताम्बर राजैरक्तपुष्प गल माला,रक्तपुष्प गल माला,कंठन पर साजैॐ जय अम्बे गौरी … Read more

shiv stuti in hindi

shiv stuti (श्री शिव स्तुति) श्री गिरजापति वंदिकर, चरण मध्य शिरणाय , कहत अयोध्यादास तुम, मो पर होय सहाय॥ नन्दी की सवारी नाग अंगीकार धारी।नित संत सुखकारी नीलकंठ त्रिपुरारी हैं। गले मुंडमाला धारी सिर सोहे जटाधारी । वाम अंग में बिहारी गिरिराज सुतवारी हैं। दानी बड़े भारी शेष शारदा पुकारी। काशीपति मदनारी कर त्रिशूल चक्र … Read more

durga maa – माँ दुर्गा के नौ रूपों में नौ औषधियाँ

अष्टभुजा दुर्गा durga maa – माँ दुर्गा अनादि सर्वव्यापक शक्ति का प्रतीक है। मानव ने जबसे होश संभाला है वह शक्ति की खोज करता चला आया है। अथवा कह सकते है मनुष्य अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए शक्ति का उचित प्रयोग एवं आवाहन करता आया है। इसी जगदाधार शक्ति का पूजन आज भी … Read more

श्री राम जन्म स्तुति

श्री राम जन्म स्तुति छं० – भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी। हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी ॥ लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा निज आयुध भुज चारी । भूषन बनमाला नयन बिसाला सोभासिंधु खरारी ॥ कह दुइ कर जोरी अस्तुति तोरी केहि बिधि करौं अनंता । माया गुन ग्यानातीत अमाना बेद पुरान भनंता … Read more

माता रानी के भजन

माता रानी के भजन => आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है दे चरणा दा प्यार माए नई मैनु रखलें सेवादार सब तो वड्डी है मेरी मैया मेरी माँ का चोला हैं रंगला तेरी जय जय जय हो गणेश जी जे जीवन सफल बनाना ता बोलो जय … Read more

नवरात्र व्रत का हमारे जीवन में महत्व

नवरात्र व्रत नवरात्र व्रत – प्राचीनकाल से ही व्रत-त्यौहारों की विभिन्न प्रथाएं प्रचलित हैं। इन प्रथाओं के पीछे भी विशिष्ट कारण निहित होते हैं। देवी माता में विश्वास व श्रद्धावश व्रत रखने वालों की संख्या भी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है किंतु इन त्यौहारों व इनमें निर्धारित आहार-विहार के आधार में विज्ञान छुपा है। इस … Read more

श्री दुर्गा चालीसा

श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुःख हरनी।। निराकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूं लोक फैली उजियारी ।। शशि लिलाट मुख महा विशाला। नेत्र लाल भृकुटी विकराला ।। रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे।। तुम संसार शक्ति लय कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना।। अन्नपूरना … Read more

श्री दुर्गा अष्टमी व्रत विधि

श्री दुर्गा अष्टमी व्रत विधि श्री दुर्गा अष्टमी व्रत विधि :- यह त्यौहार अश्विन शुक्लपक्ष अष्टमी को आता है। इस दिन दुर्गा देवी की पूजा की जाती है। भगवती दुर्गा को उबाले हुए चने, हलुआ, पूड़ी, खीर, पूआ आदि का भोग लगाया जाता है। बहुत से व्यक्ति इस महाशक्ति को प्रसन्न करने के लिए हवन … Read more

श्री नवरात्रे व्रत कथा व व्रत की विधि

श्री नवरात्रे व्रत कथा व व्रत की विधि नवरात्रे कथा व्रत विधि – इस व्रत में उपवास या फलाहार आदि का कोई विशेष नियम नहीं है। प्रातः उठकर स्नान करके, मंदिर में जाकर या घर पर ही नवरात्रों में दुर्गाजी का ध्यान करना चाहिए और व्रत रखना चाहिए। कन्याओं के लिए यह विशेष फलदायक है। … Read more