बारहवां अध्याय
बारहवां अध्याय – भक्ति प्राप्त करने के लिए बारहवां अध्याय द्वादश अध्याय मे है मां का आर्शीवाद । सुनो राजा तुम मन लगा देवी देव संवाद । महालक्ष्मी बोली तभी करे जो मेरा ध्यान । निशदिन मेरे नामों का जो करता है गान। बाधाएं उसकी सभी करती हूं मैं दूर । उसके ग्रह सुख सम्पत्ति … Read more